हार्वर्ड प्रोफेसर द्वारा लिखित एक लेख है जो वर्तमान में पूरे सोशल मीडिया और अख़बारों में वायरल हो रहा है और यह बात करता है कि कैसे नारियल का तेल मारता है और शुद्ध जहर है। हमारे पास भी बहुत सारे ईमेल, संदेश इत्यादि आ रहे हैं,और इस कथन की पुष्टि के लिए पूछ रहे हैं। जितना मैं इसको समझता हूँ, यह पूर्णतया इसपर निर्भर करता है की हम ‘विटामिन सी’ का उपयोग कैसे करते हैं, जो की एक सामान्य सी बात है।
अमेरिकी हार्ट एसोसिएशन ने कुछ महीने पहले अच्छे और बुरे सॅचुरेटेड फैट और अंडे की ज़ार्दी (सॅचुरेटेड फैट) और कोलेस्ट्रॉल के मिथकों के बारे में बात करते हुए इसी विषय पर प्रकाश डाला।
दक्षिण भारत दशकों से ही अपरिष्कृत (unrefined) नारियल के तेल पर जीवन व्यतीत करता आ रहा है, जिसमें कोई समस्या नहीं है और दिल की बीमारियों के मामलों में वृद्धि केवल तभी हुई जब जैतून का तेल और परिष्कृत (refined) तेल से पारंपरिक नारियल के तेल को बदला गया। इसी तरह से पारंपरिक मूंगफली, गराउनड़ नट और सरसों के तेल के साथ हुआ और उसे भी सस्ते और अत्यधिक परिष्कृत (refined) वाणिज्यिक तेलों के साथ बदल दिया गया। जिसके परिणाम स्वरूप हमने सूजन में एक उछाल देखा और इसलिए हृदय रोगों मे बढ़ोतरी हुई। यह हास्य की बात है की लोग अभी भी कोलेस्ट्रॉल को इसका दोषी मानते है, बल्कि सही मे इसका दोषी सूजन (inflammation) है।
चाहे कोई भी तेल हो – रेफाइंड, वुड चर्न्ड, कोल्ड प्रेस्ड, वर्जिन, एक्सट्रा वर्जिन – यदि अधिक मात्रा मे लिया जाए तो वह ह्रदय के लिए हानिकारक है। मुझे लगता है कि डॉक्टर और फार्मासिस्ट डरते हैं कि यदि नारियल का तेल सही पोषक तत्वों के साथ सही अनुपात में लिया जाए तो वह अंडरएक्टिव थायरॉइड ग्रंथियां को ठीक करने मे सहायक होता है, यकृत एंजाइम स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है, यकृत में बेहतर टी 3 और टी 4 रूपांतरण के लिए काम कर रहे हैं, रोग प्रतिरोधक शक्ति को बढ़ावा देता है ओर अन्या कई प्रकार से लाभदायक है।
जाहिर है अगर आप ‘किसी झुंड मे शामिल हो जाएँऔर हर प्रकार के नये सनकी नुसक्खों (FAD) को अपना कर नारियल के तेल पीना शुरू कर दें, या उसे कॉफी मे मिला कर पीना शुरू कर दें जिससे तेल और वसा (FAT) का दैनिक खपत संतुलन खराब हो जाएगा और यह एक समस्या का कारण बन जाएगा।
जब खाद्य लॉबी और डेयरी संघों द्वारा पौष्टिक पाठ्यक्रम नियंत्रित किया जाता है, और चिकित्सा पाठ्यक्रम फार्मा द्वारा नियंत्रित किया जाता है, आप और क्या उम्मीद करते हैं। यह एक सोचने योग्य विशय है।
आज लोग पुनः पुरानी परम्पारों पर विश्वास करने लगें हैं जिन्हे अपनाकर जीवन शैली की बीमारी लगभग असामान्य थी। वही आपके पास एक तेल बाज़ारों मे उपलब्ध है जो की उच्च कीमतों पर बेचा जा रहा है, और पूरे देश में एक सुपरफूड के रूप में जाना जाता है। अगर यह हमारे शरीर लिए हानिकारक है, तो सबसे पहले एफडीए को इसे प्रतिबंधित करना चाहिए।
मैं कुलीन विश्वविद्यालयों के सम्माननीय प्रोफेसरों से उम्मीद करता हूँ कि वह हाइड्रोजनीकृत (hydrogenated) और ट्रांस वसा (FAT), एचसीएफएस(HCFS) (उच्च फ्रक्टोज मकई सिरप), कृत्रिम स्वीटर्स, जीएमओ (GMO) खाद्य पदार्थ इत्यादि पर कुछ लेख लिखें। क्या हम और कुछ उम्मीद कर सकते हैं? मुझे ऐसा नहीं लगता।
चलिए असलियत जाने। अधिकांश खाद्य पदार्थों और चीजों को जिन्हें पश्चिम में एक बार गौरवित किया गया था, अब उन्हें दूर किया जा रहा है और आज हमें पश्चिमी जीवन शैली अपनाने का ज्ञान दिया जाता है। चलो थोड़ा स्मार्ट बनें। आइए इस बकवास की बजाय स्वास्थ्य को विश्व समुदाय के रूप में विकसित करें। यदि एक कुलीन विश्वविद्यालय से कोई सम्माननीय प्रोफेसर यू.एस. में फास्ट फूड चेन में इस्तेमाल होने वाले सुपर खतरनाक बकवास तेल के बारे में लिखे तो मुझे आश्चर्य होगा। परन्तु वे नारियल के तेल को चुनते हैं जो कि कई द्वीपों और राष्ट्रों ने बिना किसी समस्या के उपयोग किया है।
तो आपको क्या करना चाहिए? अपनी सामान्य समझ का प्रयोग करें और निर्णय लें। हर इंसान के पास एक विकल्प होता है- करना या नहीं करना। यही समय है जब हमे मूर्खता का शिकार बनाने की बजाए अपने दिमाग का उपयोग करना होगा। मुझे यकीन है कि तेल संगठन चिंतित होगा क्योंकि ठंडा दबाया गया और वास्तव में शुद्ध तेल धीरे-धीरे उनके लिए खतरा बनता जा रहा है। चीनी, कैनोला तेल इत्यादि आदि के बारे में ऐसे कोई लेख क्यों नहीं आते हैं? क्योंकि यही वह पैसा लाता है।
तेल एक बड़ा उद्योग है लेकिन नट, बीज और वास्तविक नारियल के मांस खाने से स्वस्थ वसा (FAT) भी प्राप्त होता है। आप तेल का उपभोग किए बिना सीधे लाभ प्राप्त कर सकते हैं। नारियल का तेल एक चमत्कारी जादुई तेल नहीं है जो आपके कैंसर या बीमारी को दूर करेगा। यह कई स्वास्थ्य लाभों, विशेष रूप से मस्तिष्क के स्वास्थ्य के साथ एक स्वस्थ तेल है। (अल्जाइमर, मस्तिष्क के कैंसर और अन्य मस्तिष्क से संबंधित समस्याओं पर इसका सकारात्मक प्रभाव कभी भी इसे मुख्यधारा के समाचार में नहीं बनायेगा)।
तो जैसा कि मैंने कहा कि यह एक अच्छा तेल है। तो इसे बुद्धिमानी से उपयोग करें या लोगों में डर पैदा करने उस बकवास लेख का पालन करें। यदि आप डरते हैं, तो इसका सेवन ना करें बस यह इतना सरल है।
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